नीरज कुमार महंत
26 जुलाई 1999 को भारत की सेना ने पाकिस्तान पर विजय प्राप्त कर अपने शौर्य और पराक्रम का ऐसा परिचय दिया था; जिसका असर आज भी इतना है कि कारगिल विजय दिवस की बात सुनकर भारतीय होने पर गर्व से सीना फूल जाता है।
कारगिल के वीरों के सम्मान में हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। भारत के प्रधानमंत्री हर साल आज के दिन इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति के साथ सैनिकों को श्रद्धांजलि देते है। सशस्त्र बलों के स्मरण के लिए पूरे देश में इस दिन को सम्मान के साथ उन्हें याद किया जाता है।
यह युद्ध दोनों देशों में 60 से भी अधिक दिनों तक चला और अंततः भारत को इसमें विजय प्राप्त हुई। इस युद्ध के दौरान चलाए गए ‘ऑपरेशन विजय’ को सफलतापूर्वक अंजाम देकर हमारी सेना ने देश में घुस रहे घुसपैठियों के चंगुल से मुक्त कराया था।
हमारी सेना तब भी कभी कमज़ोर नहीं थी जब उनके पास आज जितने संसाधन नहीं थे, हम हमेशा देश में सुरक्षित इसलिए रहते हैं क्योंकि कहीं दूर किसी सेना में कोई जवान कोई अफसर हमारी रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान देता है। हम इनको जितना भी सम्मान दें काफी नहीं है।
आज कारगिल विजय दिवस पर हम उन वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन करते हैं और आज हमारी रक्षा कर रहे वीरों को सलाम। आइए आज हम अपनी सभी सेना बलों को धन्यवाद दें और उनके लिए सम्मान प्रकट करें।