रांची(झारखण्ड), 13 अक्टूबर 16: मुहर्रम के दशवीं के मौके पर बुधवार को राजधानी रांची में मातमी जुलूस निकला. इस दौरान शिया समुदाय के लोगों ने इमाम हुसैन की शहादत को याद किया और अपने जिस्मों को लहुलुहान किया. मातमी जुलूस में खास बात रही कि तिरंगा झंडा के साथ ताजिया और अलम को खड़ा किया गया. शिया धर्मावालंबियों ने कहा कि, देश का मुस्लिम समाज हमेशा से मुल्क का वफादार रहा है और हमेशा रहेगा. यज़ीदी ताकतें लाख कोशिश करें, लेकिन हिंदू-मुस्लिम हमेशा एकसाथ रहेंगे. यह पैगाम देने के लिए ही ताजिया का जुलूस तिरंगे के साए में निकाला गया. मौके पर मौजूद नगर विकास मंत्री सीपी सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने मुहर्रम को लेकर हजरत हुसैन की शहादत को याद किया. पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय कि खुदा के बंदे की शहादत के बाद ही धर्म की स्थापना होती है.
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