सहायक पुलिसकर्मी बैरिकेडिंग तोड़ राजभवन और सीएम आवास घेराव की कर रहे थे कोशिश, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

रांची: नौकरी में परमानेंट करने की मांग को लेकर सहायक पुलिसकर्मियों का आंदोलन शुक्रवार को उग्र हो गया। दोपहर करीब तीन बजे सहायक पुलिसकर्मी मोरहाबादी मैदान से निकलकर राजभवन और सीएम हाउस के घेराव के लिए जाने लगे। इस दौरान पहले से लगे बैरिकेडिंग के पास वे पहुंचे। जहां रैपिड एक्शन फोर्स और जिला बल के जवानों ने उन्हें वापस जाने को कहा। इस दौरान सहायक पुलिसकर्मी उग्र हो गए और बैरिकेडिंग को तोड़ दिया। इसके बाद स्थिति को संभालने के लिए जिला पुलिस बल की ओर से आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज किया गया।

सहायक पुलिसकर्मियों के उग्र होने की सूचना के बाद सीनियर एसपी सुरेंद्र झा, सिटी एसपी, ट्रैफिक एसपी, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर लोकेश मिश्रा घटनास्थल पर पहुंचे। सभी उग्र हुए पुलिसकर्मियों से बातचीत में जुट गए। उधर, लाठीचार्ज के दौरान घायल सहायक पुलिसकर्मियों और सहायक पुलिसकर्मियों की ओर से पथराव में घायल जिला पुलिस बल के जवानों को एंबुलेंस के जरिए रांची रिम्स में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने उग्र हुए सहायक पुलिसकर्मियों से कहा कि आप सहायक पुलिसकर्मी हैं। शांतिपूर्वक आंदोलन करें लेकिन हंगामा न करें।

बताया जा रहा है कि शनिवार से मोरहाबादी मैदान में जुटे 2500 सहायक पुलिसकर्मी शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे अचानक मोरहाबादी मैदान से निकलकर राजभवन और सीएम आवास का घेराव करने के लिए आगे बढ़े। इस दौरान पहले से लगे बैरिकेडिंग के पास वहां पहुंचे। यहां जिला पुलिस बल और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों ने उन्हें वापस जाने को कहा। इसी दौरान सहायक पुलिसकर्मियों ने बल प्रयोग कर बैरिकेडिंग को तोड़ दिया। फिर स्थिति को संभालने और सहायक पुलिसकर्मियों को मोरहाबादी मैदान खदेड़ने के लिए जिला पुलिस बल को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके जवाब में सहायक पुलिसकर्मियों ने जिला पुलिस पर पत्थरबाजी भी की। फिर जिला पुलिसबल की ओर से आंसू गैस के गोले छोड़े गए।

सहायक पुलिसकर्मियों का है कहना


उधर, सहायक पुलिसकर्मियों ने कहा कि शांतिपूर्वक आगे जा रहे थे। एक सप्ताह से शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं। इसी बीच जिला पुलिसबल के साथ झड़प हो गई फिर हमलोगों पर लाठीचार्ज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि हम वर्दी की गरिमा को जानते हैं। हमें आश्वासन देकर छोड़ दिया जा रहा था। हमारी बातों को नहीं सुना जा रहा है। इसलिए हम अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक तरीके से सीएम आवास की ओर जा रहे थे। एक हफ्ते के बीच हमारे बीच सरकार का कोई प्रतिनिधिमंडल हमारे पास नहीं पहुंचा है।

शनिवार से मोरहाबादी मैदान में जुटे हैं सहायक पुलिसकर्मी


बता दें कि नौकरी में परमानेंट करने की मांग को लेकर 12 नक्सल प्रभावित जिलों के 2500 सहायक पुलिसकर्मी शनिवार से मोरहाबादी मैदान में जुटे हुए हैं। एक बार वे राजभवन और सीएम आवास का घेराव करने निकले थे लेकिन उन्हें बैरिकेडिंग कर रोक दिया गया था। इसके बाद से सहायक पुलिसकर्मी मोरहाबादी मैदान में जमे हुए हैं। सहायक पुलिसकर्मियों से पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, रघुवर दास मुलाकात कर चुके हैं।