रिपोर्ट: बबलू शर्मा
एक मुलाकात अमरेंद्र आनंद जी के साथ जो LIC के रिटायर अफसर है अमरेंद्र जी ने बताया कि आज ही के दिन यानी 8 जून को 84 वर्ष पहले 1936 में भारत मे ऑल इंडिया रेडियो का जन्म हुआ था , एबम सरकार के अधीन काम करने लगा , इसके पहले भारत मे इंडियन स्टेट ब्रॉडकास्टिंग सर्विस के नाम से कई जगहों से ब्रॉडकास्ट किया जाता था । 1956 में इसका नाम बदलकर आकाशवाणी रख दिया गया । ये आज भी एफ एम रेडियो के रूप में जन मानस में लोकप्रिय है ।
आइये रेडियो के इतिहास को खंगालते हैं —
1885 में इसका अविष्कार इटली के भौतिक शास्त्री गुगलेम्मा मार्कोनी ने किया था , इसके लिए 1909 में इन्हें नॉवेल पुरस्कार से नवाजा गया था ।
1918 में सबसे पहले न्यूयॉर्क में रेडियो स्टेशन की स्थापना हुई , जिसे पुलिस ने बन्द करवा दिया था ।
1920 में कानूनी तौर पर रेडियो स्टेशन लगाने की अनुमती मिली । ये भारत मे भी इंडियन स्टेट ब्रॉडकास्टिंग सर्विस के नाम से शुरू हो गया ।
1936 में ऑल इंडिया रेडियो फिर 1956 में इसका नाम आकाशवाणी हो गया ।
रेडियो सुनने पर सुरु से ही लाइसेंस की ब्यबस्था लागू की गई , 1956 तक ” LICENCE TO ESTABLISH A WIRELESS RECEIVING STATION ” , (BROADCAST RECEIVER ) के नाम से जारी होता था ।
1936 से 1986 तक रेडियो पर , लाइसेंस शुल्क में जारी रहा , फिर 1987 से ये बन्द हो गया ।
1936 से ही इसका वार्षिक शुल्क 15 रुपये था , इस शुल्क को पोस्टऑफिस में जमा किया जाता था । ये 1 जनवरी से 31 दिसंबर तक मान्य होता था ।
मेरे ब्यक्तिगत संग्रह से आप दोनों प्रकार के रेडियो लाइसेंस देख सकते हैं । कल्पना कीजिये 1936 में रेडियो सुनना कितना मंहगा रहा होगा ।