हजारीबाग: झारखंड के हजारीबाग नगर निगम क्षेत्र में कल बुधवार से पुन: लॉकडाउन लगाया जा रहा है। लगातार कोरोना संक्रमण के मामले आने के बाद जिले के उपायुक्त ने यह निर्णय लिया है। उपायुक्त ने चेंबर ऑफ कॉमर्स के साथ इस संबंध में बैठक की। इसके बाद 7 दिनों के लिए लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया गया। इस लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।
बता दें कि हजारीबाग समेत झारखंड में कोरोना का संक्रमण लगातार तेजी से फैल रहा है। कल सोमवार को हजारीबाग में कोरोना वायरस के 39 मरीज मिले। इसमें हजारीबाग डीसी की एक वर्षीय बेटी में भी कोरोना का संक्रमण पाया गया है। इस संबंध में हजारीबाग डीसी ने एक ट्वीट कर कहा कि सोमवार रात प्राप्त रिपोर्ट अनुसार मेरे सरकारी आवास व समाहरणालय कार्यालय में कार्यरत दर्जन भर स्टॉफ सहित मेरी एक वर्षीय पुत्री में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।
साथ ही मेरी व मेरे परिवार के अन्य सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आयी है। बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर एतिहातन समाहरणालय के कार्यालय अगले तीन दिन तक बंद कर सैनिटाइजेशन का कार्य कराया जाएगा एवं दैनिक कार्यों का संपादन ऑनलाइन किया जाएगा। मेरी सभी जिलावासियों से अपील है कि सुरक्षित रहें, अपना और अपने परिवार वालों का ख्याल रखें।
कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बाद जिला प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए 15 जुलाई से 7 दिनों का लॉकडाउन घोषित कर दिया है। आवश्यक सेवा को छोड़कर सभी प्रतिष्ठान बंद होंगे। उपायुक्त डॉ भुवनेश प्रताप सिंह ने चेंबर ऑफ कॉमर्स के साथ बैठक के बाद यह निर्णय लिया है। लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के लिए एसपी को भी निर्देश जारी किए गए हैं।
नगर निगम क्षेत्र में लोगों को बाहर आने के लिए पास लेना अनिवार्य होगा। आवश्यक सामग्रियों की होम डिलीवरी भी होगी। मालूम हो कि लगातार शहरी क्षेत्र से कोरोना संक्रमण के मामले आ रहे थे। हजारीबाग के कल्लू चौक से एक ही परिवार के 8 लोग संक्रमित मिले थे। यहां तक कि उपायुक्त कार्यालय और आवास से 14 लोग संक्रमित मिले थे।