रांची: हिंदपीढ़ी निवासी 24 साल के प्रीतम राम की मौत के मामले में परिजनों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया और मामले की जांच की मांग की। साथ ही उन्होंने झारखंड सरकार से मदद और न्याय की मांग की। मृतक के परिजनों की ओर से बताया गया कि 18 मार्च 2020 को बरियातू में जेडब्ल्यूसी कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करने के दौरान उनका बेटा प्रीतम सातवें फ्लोर से नीचे गिर गया था जिसके चलते उसकी मौत हो गई थी। अंतिम संस्कार के दौरान कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से मदद के रूप में 20 लाख रुपए देने का आश्वासन दिया गया था लेकिन अब वे मुकर गए हैं। इस संबंध में पुलिस भी उनकी कोई मदद नहीं कर रही है।
चार जुलाई 2020 को एसएसपी को आवेदन दिया
मृतक प्रीतम राम के पिता संजय राम ने बताया कि मेरे परिवार में दो बेटे और दो बेटियां समेत छह लोग थे। 18 मार्च 2020 को मेरा बेटा प्रीतम नवनिर्मित भवन में वेल्डिंग का काम करते समय सातवें फ्लोर से गिर गया जिससे उसे चोट आई। घटना के बाद प्रीतम को रिम्स में भर्ती कराया गया जहां से उसे मेडिका अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि प्रीतम घर का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। पूरा परिवार उसी पर निर्भर था। बेटे की मौत के बाद मेरी रोजी-रोटी सहित बेटियों की पढ़ाई और शादी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
उन्होंने बताया कि मेरा बेटा मनीष जालान और उसके पार्टनर बिल्डर विशाल भदानी के लिए भवन में वेल्डिंग का काम कर रहा था। सुरक्षा की उपयुक्त व्यवस्था नहीं होने के चलते दुर्घटना में मेरे बेटे की मौत हो गई। बेटे के अंतिम संस्कार से पहले मनीष जालान ने मदद का आश्वासन दिया था लेकिन अब वो मुकर गया है। उन्होंने कहा कि चूंकि मेरे परिवार का सारा दायित्व प्रीतम के ऊपर था इसलिए अब उसके न होने के चलते बिल्डर को हमारे परिवार के खर्च के संबंध में 20 लाख रुपए देने का आश्वासन दिया था लेकिन अब उसके मुकर जाने से पूरा परिवार परेशान है।
कहा- मजबूरन परिवार समेत आत्महत्या करनी पड़ेगी
इस संबंध में रांची सदर थाना में एफआईआर दर्ज कराया गया है लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा छानबीन नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि उनसे पुलिस पूछताछ भी नहीं कर रही है कि प्रीतम कैसे गिरा, कौन गिराया? मृतक के पिता ने कहा कि अगर मनीष जालान अपने वादे से मुकरता है तो मजबूरन सपरिवार हमें आत्महत्या करनी पड़ेगी और इसका जिम्मेदार मनीष जालान और विशाल भदानी होगा। एसएसपी को लिखे गए पत्र में मृतक की मां समेत परिवार के पूरे सदस्य ने मामले की छानबीन की मांग की है।
मृतक के चचेरे भाई ने 19 मार्च को दर्ज कराया गया था बयान
19 मार्च 2020 को सदर थाना में प्रीतम राम के चचेरे भाई अमित कुमार राम की ओर से बयान दर्ज कराया गया था। दर्ज बयान में जानकारी दी गई थी कि 18 मार्च को बरियातू स्थित फायरिंग रेंज के पास जेडब्ल्यूसी कंस्ट्रक्शन कंपनी में प्रीतम रोजाना की तरह काम करने गया था। यहां अपर बाजार निवासी मनीष जालान और विशाल भदानी की देखरेख में काम चल रहा था। 18 मार्च को दोपहर दो बजे जफर रजक की ओर से उन्हें जानकारी दी गई कि प्रीतम काम करते हुए सातवें फ्लोर से नीचे गिर गया है, मैं उसे रिम्स अस्पताल लेकर जा रहा हूं। यहां से प्रीतम को मेडिका अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां देर शाम करीब 9 बजकर 46 मिनट पर प्रीतम की इलाज के दौरान मौत हो गई। अमित ने बयान में कंस्ट्रक्शन कंपनी पर काम के दौरान पर्याप्त सुरक्षा उपकरण न होने का आरोप लगाया था।
मदद की इनसे लगा चुके हैं गुहार
मृतक की बहन प्रीति कुमारी ने बताया कि ये हत्या है या फिर साजिश, इसकी जांच होनी चाहिए। इस मामले में उन्होंने अब तक रांची एसएसपी, डीएसपी सदर, झामुमो नेता महुआ माजी, भाजपा विधायक सीपी सिंह, विधायक सरयू राय और झारखंड पुलिस से मदद की गुहार लगा चुके हैं। लेकिन अब तक सिर्फ उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है।