गढ़वा: जिले में पिछले 11 दिनों से स्थायीकरण की मांग को लेकर सहायक पुलिस के आंदोलन का सब्र का बांध अब टूट गया। आज 200 सहायक पुलिस अपनी मांग को लेकर गढ़वा से रांची के लिए पैदल मार्च कर दिए। जिले के अधिकारियों को जब इस बात की भनक लगी तो डीएसपी मुख्यालय और मेजर सहायक पुलिस को मनाने के लिए पहुँचे लेकिन लोग नही माने और वर्दी ए इंसाफ का बैनर लेकर रांची के लिए निकल गए।
बच्चों को गोद में लिये चल रह महिला पुलिस
गढ़वा जिले के 200 सहायक पुलिसकर्मी में कई महिलाएं भी शामिल हैं, जो अपने छोटे बच्चों को गोद में लेकर चल रहीं। प्रतिमा कुमारी का कहना है कि 3 वर्षों तक दिन रात सेवा देने के बाद भी जब सरकार अपना वादा पूरा नहीं कर रही, तो ऐसे परिस्थितियों में वो विवश है आंदोलन करने के लिए।
2500 सहायक पुलिस हैं राज्य में
गौरतलब है कि राज्य के 12 नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कुल 25 सौ सहायक पुलिस की नियुक्ति हुई थी सरकार द्वारा दस हजार का मानदेय भी तय कर दिया गया और तीन वर्षों के बाद स्थायीकरण करने की बात कही गई थी लेकिन अबतक स्थायीकरण नही हो पाया। अब ये सहायकर पुलिसकर्मी रांची पहुचकर सीएम आवास,कार्यालय ,राजभवन को घेरने के रणनीति बना रहे हैं।
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