रांची: उत्तर प्रदेश में हाथरस कांड के खिलाफ सोमवार को रांची के मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका में कांग्रेस नेताओं ने धरना दिया और मौन सत्याग्रह किया। धरने के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि बच्ची के साथ आधी रात को अपराधियों ने दुष्कर्म किया। आधी रात को शव को जलाकर बच्ची की आत्मा के साथ दुष्कर्म करने का काम योगी सरकार और मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने किया है।
बन्ना गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छोटे कलाकार का उत्साह बढ़ाने के लिए ट्वीट कर देते हैं। एक बच्ची की दुष्कर्म के बाद जघन्य हत्या होती है। आधी रात को अधार्मिक रीति-रिवाज के साथ उसके शव को जला दिया जाता है। उसके मां-बाप की पिटाई की जाती है। नेताओं पर हमला किया जाता है। सीबीआई जांच के सवाल पर बन्ना गुप्ता ने कहा कि सीबीआई तो मोदीजी का तोता है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जिस वादे और नारे के साथ सत्ता में आई थी कि बहुत हुआ नारी पर वार, नहीं सहेगी अब अत्याचार, बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ। लोगों ने सोचा बहुत अच्छी बात है, अच्छी सोच है लेकिन भाजपा के विधायक सेंगर ने बच्ची का न सिर्फ बलात्कार किया बल्कि उसके परिजनों की भी हत्या करा दी। इसके बाद मोदी और योगी ने मौन साध लिया।
सभी मोर्चे पर फेल है मोदी सरकार
बन्ना गुप्ता ने कहा कि मोदी सरकार सभी मोर्चे पर फेल हुई है। चीन के खिलाफ मोदी सरकार कोई कदम नहीं उठा पा रही है। उनका 56 इंच का सीना 36 इंच का हो गया है। किसानों के मामले में, बेटियों की लाज बचाने के मामले में और उद्योग-धंधों के भी मामले में मोदी सरकार बुरी तरह विफल साबित हुई है।
हमने योगी सरकार के मन को बदलने के लिए सत्याग्रह किया है: रामेश्वर उरांव
वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि कांग्रेस का सबसे बड़ा अस्त्र असहयोग आंदोलन और सत्याग्रह है। इसी की बदलौत गांधीजी ने स्वतंत्रता संग्राम जीता। सत्याग्रह मन बदल देता है। हमने योगी सरकार के मन को बदलने के लिए सत्याग्रह किया है। जिस तरह का रवैया योगी सरकार ने अपनाया है, उसका लोकतंत्र में कहीं भी स्थान नहीं है। घटना घटी थी, घटती रहती है, आज भी घटेगी और आगे भी घटेगी, लेकिन लोकतंत्र जिंदा रहना चाहिए। संविधान में प्रावधान है कि आदमी कहीं भी रहे, कहीं भी आए जाए उसका सम्मान होना चाहिए। सीबीआई की जांच के सवाल पर वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि अब लोगों का सीबीआई जांच पर से भी भरोसा उठता जा रहा है। जिस तरह का रवैया सीबीआई का वर्तमान सरकार के दौरान रहा है, आगे कहा जा सकता है कि सीबीआई पर लोगों का भरोसा नहीं रहेगा।