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Teachers Day 2020: कोरोना की वजह से छात्रों के बिना मनेगा शिक्षक दिवस, ऐसे बना सकते हैं यादगार
inTeachers Day 2020: आज शिक्षक दिवस है. ये दिवस डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिन के मौके पर मनाया जाता है. डॉ. राधाकृष्णन का जन्म पांच सितम्बर 1888 को तमिलनाडु में हुआ था. उन्हें महान दार्शनिक, प्रख्यात शिक्षाविद् और हिन्दू विचारक के तौर पर जाना जाता है. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति […]
अदृश्य योद्धा
inनीरज कुमार महंत साल 2020 पूरी दुनिया के लिए किसी बुरे सपने की तरह रहा है। इस साल कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं जो पूरी सदी में पीढ़ियों से लोगों ने नहीं देखी थी, इस मुश्किल समय में हम क्या दुनिया में कोई भी देश इसके लिए तैयार नहीं था। चीन की लापरवाही से कोरोनावायरस […]
हुनर की धारा
inबीते कुछ महीनों में हमने बहुत कुछ देखा है। हम सबको कभी किसी को खोने का डर था तो कभी अपनो के पास वापस आने की खुशी। किसी को खाने के लिए तरसते देखा तो किसी को अपने घर जाने के लिए ज़िंदगी से जंग लड़ते। इस महामारी ने हमें बहुत कुछ सीखने के लिए […]
मन हो शांत तो ज़िंदगी आसान।
नीरज कुमार महंत आजकल बदलाव के इस दौर में हम सब की ज़रूरत है मानसिक शांति। जैसा कि हम जानते हैं, आज का जीवन हम सब के लिए कितना तनावपूर्ण हो गया है। हमें हर दिन कोई न कोई बात परेशान करती है, चाहे वो किसी भी रूप में हो। जैसे कि करियर, संबंध, स्वास्थ्य […]
जीवनरक्षक
नीरज कुमार महंत ये कुछ लोग जो जीवन की रक्षा करते हैं, सीमा पर या घर के आस पास सड़कों पर इनके सम्मान में तो हर इंसान का सर झुकना चाहिए। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो समाज में हमारे बीच रहकर हमारी रक्षा करते हैं इनको सम्मान देना ना ही हमारा कर्तव्य […]
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
inनीरज कुमार महंत 21 जून 2015 को पहली बार दुनिया भर में योग दिवस को किसी त्योहार की तरह मनाया गया। आज 2020 में इस त्योहार को पूरे पांच साल हो गए हैं। हालांकि, इस साल एक अनोखा संयोग भी बन रहा है। इस साल 21 जून को ही सूर्य ग्रहण भी दिखने वाला है। ग्रहण […]
पिता की जगह बुनियाद लिखा,घर की जगह माँ
inफादर्सडे – विशेष इन शब्दों के अर्थ को समझने और समझाने में पूरी उम्र भी कम पड़ती है। यह कहा जा सकता है कि जन्म लेना और मृत्यु को प्राप्त होना हमारे हाथ में नहीं होता, पर इस क्रम में हम अपने जीवन में औसतन 80,000 लोगों से मिलते हैं। इनमें से कुछ नाते – […]
आज की ज़रूरत
नीरज कुमार महंत आजकल हमारी दिनचर्या ऐसी हो गई है कि हम हर चीज़ जल्द से जल्द करना चाहते हैं। वैसे देखा जाए तो हर काम जल्दी करने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन जहां तक बात सीखने की आती है तो उसमें जल्दीबाज़ी करना उचित नहीं। ये बात तो हम सब जानते हैं कि […]
धारा 498 – ए
inनीरज कुमार महंत जब आईपीसी में धारा 498-ए को शामिल किया गया था तो लोगों को लगा कि विवाहिता बेटियों के लिए सुरक्षा कवच प्रदान कर दिया गया है।लेकिन क्या इस कानून ने सच में अपराध कम किये हैं?आज ये सवाल क्यों उठ रहा है ?आज कुछ लोग ये भी कह सकते हैं कि कानून […]
मासूमियत की हत्या
inजैसा कि हम सब जानते हैं कि आजकल लड़कों और लड़कियों में बहुत ज़्यादा अंतर नहीं माना जाता। लाखों लोग इस बात से सहमति ज़रूर रखते होंगे पर हमारा देश करोड़ों की आबादी वाला देश है और ऐसे में आबादी का एक बड़ा हिस्सा अब भी इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रहा है। […]