Neeraj Kumar Mahant
निर्दयता की पराकाष्ठा
inनीरज कुमार महंत पिछले दिनों एक ख़बर मिली कि एक गर्भवती हथिनी की बड़ी निर्दयता से हत्या कर दी गई है। ये हत्या कैसे की गई इसकी जानकारी पढ़ने के बाद मन इतना दुखी हो जाता है कि सच मानिए, मानवता पर से भरोसा उठ जाने जैसा महसूस होता है। लेकिन किसी एक घटना को […]
स्त्री की परिभाषा को कुछ शब्दों में नहीं समाया जा सकता
inनीरज कुमार महंत ये बात तो हम सब जानते हैं कि स्त्री एक ख़ाली मकान को घर होने का एहसास दिलाती है चाहे घर मिट्टी का हो या संगमरमर का। ये ज़िम्मेदारी इतनी बड़ी होती है कि पुरुष चाहे कितनी भी कोशिश कर ले एक स्त्री के अपेक्षा कभी उनपर पूरी तरह से खरा नहीं […]
जान से कीमती है दिखावा
inनीरज कुमार महंत धनबाद/झरिया: वैसे तो इस साल कोरोना ने अपने पैर जनमानस में किसी बिन मौसम बरसात की तरह फैला लिया है, जिसकी बाढ़ ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। ऐसे में आज विश्व पर्यावरण दिवस पर एक अनोखी तस्वीर सामने आई है। ग़ौरतलब है कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन पुरज़ोर […]